Indian Railway | Raxaul To Sitamarhi Electrification Completed
निरीक्षण डीआरएम बोले , दो से तीन माह के अंदर भेलवा रूट भी होगा इलेक्ट्रिफाइड

सीतामढ़ी से रक्सौल के बीच नव निर्मित विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण मुख्य संरक्षा आयुक्त पूर्वी जोन एएम चौधरी ने शनिवार को किया . इस रेलखंड पर विद्युत से चलने वाली सवारी व मालगाड़ियों के परिचालन की अनुमति देने को लेकर सीआरएस का कार्यक्रम तय किया गया था . पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि इस रूट पर विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया है . शनिवार को सीतामढ़ी से रक्सौल के बीच जो आवश्यक निरीक्षण था , वह सही रहा है . रक्सौल से सीतामढ़ी के बीच स्पीड ट्रॉयल हो रहा है . इसके बाद सीआरएस की अनुमति मिलने पर इस रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन के साथ ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जायेगा . उन्होंने बताया कि रक्सौल से नरकटियागंज वाया सिकटा रेल रूट पर विद्युतीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है . इसे दो से तीन माह में पूरा कर लिया जायेगा . इसके बाद रक्सील आने वाली सभी रेल लाइन इलेक्ट्रिफाइड हो जायेगी . रक्सौल से सीतामढ़ी के बीच 85 किमी लंबी रेललाइन का विद्युतीकरण किया गया है .इधर , सीआरएस श्री चौधरी व अन्य अधिकारियों के रक्सौल पहुंचने पर उनका स्वागत स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार सिंह के द्वारा किया गया . रक्सौल में भी अधिकारियों के लंच की व्यवस्था की गयी थी . इसके बाद पुनः सीआरएस स्पेशल ट्रेन रक्सौल से स्पीड ट्रॉयल करते हुये सीतामढ़ी के लिए रवाना हो गयी . ट्रेन के जाने से पूर्व रेल विद्युतीकरण के अधिकारियों के द्वारा विधिवत भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गयी और इसके बाद ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया . वहां बता दे कि रक्सौल से सीतामढ़ी के बीच इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा होने के बाद इंजन का ट्रॉयल पहले ही हो चुका है , अब केवल सीआरएस की अनुमति का इंतजार है . निरीक्षण के लिए रक्सौल पहुंची टीम में सिनीयर डीइएन समन्वय आर एन झा , सिनीयर डीइएन टू पी के आलोक , मुख्य परिचालन प्रबंधक रूपेश कुमार , सिनीयर डीएमई कैरेज एंड वैगन रविश रंजन , सिनीयर डीइइ ऑपरेशन आशुतोष झा डीदइ टीआरएस जर्नादन कुमार , प्रभात कुमार , सिनीयर डीसीएम प्रसन्ना कात्यान सहित एएमई सुधांशू मल्लीक , डीसीआई संजय कुमार , वरुण कुमार सिंह , आरपीएफ इंस्पेक्टर ऋतु राज कश्यप ,रक्सौल थानाध्यक्ष शशिभूषण ठाकुर , जीआरपी थानाध्यक्ष पंकज कुमार दास , मुख्य टिकट निरीक्षक सुधीर कुमार मिश्रा , वाणिज्य अधीक्षक गिरेन्द्र कुमार , माल अधीक्षक प्रबोध कुमार , सीडब्लूएस उमेश कुमार , सब इंस्पेक्टर संतोष कुमार मिश्रा , टीआई धीरेन्द्र कुमार , सीएलआई अशोक कुमार सहित अन्य मौजूद थे . इलेक्ट्रिफाइड रूर होने के बाद पर्यावरण का होगा संरक्षण सीतामढ़ी रूट पर सीआरएस की अनुमति मिलने के साथ ही इलेक्ट्रिक ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जायेगा . इससे पर्यावरण का संरक्षण होगा . डीजल की बचत भी होगी . इसके साथ ही ट्रेने की गति भी बढ़ जायेगी . इलेक्ट्रिक रूट शुरू होने के बाद इसपर चलने वाली सवारी डेमू ट्रेन के रैक को इएमयू में बदल दिया जायेगा . इससे ट्रेन की गति बढ़ेगी और डिब्बों की भी संख्या बढ़ जायेगी . अभी इस रूट पर कलकता , मुम्बई , हैदराबाद , दिल्ली , कामख्या कटरा व पटना के लिए ट्रेन चलती है , जिनको डीजल इंजन से चलाया जाता है . इलेक्ट्रिक रूट होने के बाद इन ट्रेनो का इंजन भी बदल दिया जायेगा , जिससे पर्यावरण का संरक्षण होगा।
सीआरएस अनुमति मिलने के बाद ग्रीन जोन हो जायेगा पूर्वी चंपारण। अधिकारियों के हवाले से अभियंता प्रमोद कुमार ने छौड़ादानों रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों को बताया कि सीतामढ़ी से रक्सौल तक 85 किलोमीटर तक रेल विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है , जिसका आज मुख्य संरक्षा आयुक्त ( सीआरएस ) अनंत मोहन चौधरी एवं डीआरएम आलोक अग्रवाल ने निरीक्षण किया है , निरीक्षण के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से 110 किलोमीटर की रफ्तार से रक्सौल से सीतामढ़ी तक ट्रेन की वापसी होगी , सब कुछ ठीक रहा तो सीआरएस द्वारा प्रमाण पत्र जारी किए जाने के बाद नियमित रूप से गाड़िया चलने लगेंगी . समस्तीपुर से दरभंगा एवं जयनगर तथा सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर तक विद्युतीकरण का सीआरएस पहले ही हो चुका है . अब पूर्वी चम्पारण ग्रीन सिटी की श्रेणी में आ जाएगा . मौके पर स्थानीय लोगों ने समाजसेवी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों को कोरोना काल के समय से बंद पड़ी 75225 तथा 75226 नम्बर की ट्रेनों के परिचालन की मांग की . मौके पर उपमुख्य अभियंता जीतेश सिंह , प्रेम कुमार , प्रमोद कुमार , वरिष्ठ अनुभाग अभियंता प्रभारी आमोद कुमार सिंह , एएसएम विनोद कुमार आदि मौजूद थे .

छौड़ादानो के आमोद ने निभायी अहम जिम्मेवारी छौड़ादानो। रक्सौल से सीतामढ़ी तक रेलवे विद्युतीकरण कार्य को समय से पूर्व पूरा कराने में रक्सौल से समस्तीपुर रेलवे विद्युतीकरण कार्य के इंचार्ज वरिष्ठ विद्युत अभियंता अमोद कुमार सिंह के प्रयास व अथक मेहनत का महत्वपूर्ण योगदान है . बताते चलें कि प्रमोद कुमार एवं अमोद कुमार मूलत : छौड़ादानो फार्म के निवासी अजय कुमार सिंह के पुत्र है . अमोद कुमार के नेतृत्व में इससे पूर्व मुजफ्फरपुर से मोतिहारी – रक्सौल – वाल्मिकीनगर तक का विद्युतीकरण कार्य का सीआरएस समय से पूरा करा लिया गया है . श्री कुमार को जीएम अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है , छौड़ादानो के लाल के नेतृत्व में रेल विद्युतीकरण का कार्य होने से लोगों में खुशी का माहौल है . रेल विद्युतीकरण से डीजल की बचत के साथ ही वायु प्रदूषण में भी कमी आयेगी .
चमकता रहा प्लेटफॉर्म, चाक – चौबंद रही व्यवस्था शनिवार को सीआरएस के आगमन को लेकर स्टेशन पर व्यवस्था काफी चाक – चौबंद थी . सुबह से ही सफाई कर्मी पूरे प्लेटफॉर्म की सफाई कर दिख रहे थे . वहीं एक नंबर प्लेटफॉर्म पर आने वाले यात्रियों की चेकिंग करायी जा रही थी . जीआरपी , आरपीएफ के साथ – साथ नगर थाने की पुलिस भी सुरक्षा व्यवस्था में लगी थी . स्थानीय रेलवे के अधिकारी सुबह से ही गस्त लगाते दिख रहे थे . वहीं अधिकारियों के आगमन को देखते हुये कई दिनों से बंद पड़े वॉटर फाउंटेन को भी चालू किया गया था .